फसल बीमा कम्पनी ने बीमा क्लेम राशि के नाम पर दिए सिर्फ 20 से 100 रुपए, आक्रोशित किसानों ने दिया ज्ञापन

  • किसानों के साथ हो रहा अन्याय, फसल बीमा कम्पनी ने बीमा क्लेम राशि के नाम पर दिए सिर्फ 20 से 100 रुपए।
  • आक्रोशित किसानों ने बांसवाड़ा डूंगरपुर सांसद कनकमल कटारा एवं कांग्रेस जिला अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन।
सागवाड़ा : भारतीय किसान संघ जिला डूंगरपुर ने फसल बीमा कंपनियों से राजस्व व कृषि विभाग की सर्वे अनुसार 60% फसल खराबा को आधार मानकर बीमा क्लेम राशि दिलवाने की मांग करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश खोडनिया को मुख्यमंत्री राजस्थान तथा लोकसभा सांसद कनकमल कटारा को प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन दिया गया।

फसल बीमा कम्पनी कर रही है अपनी मनमानी : ज्ञापन में बताया गया की पिछले दिनो राज्य सरकार द्वारा राज्य के 12 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था जिसकी अधिसूचना 10 अक्टूबर 2021 कोई जारी की गई थी जिसमें जिले की सागवाड़ा, गलियाकोट एवं साबला तीन तहसीलों को जोड़ा गया था जिसमें आधिकारिक सर्वे कृषि विभाग व राजस्व विभाग द्वारा 50 से 60% फसल खराबा माना गया था। उसके उपरांत भी बीमा कम्पनीयों ने मनमानी ढंग से तथा राजस्व व कृषि विभाग की सर्वे को आधार न मानते हुए बीमा कम्पनी मनमाने ढ़ग से बीमा क्लेम जारी कर रही हैं, फ्यूचर जनरल इंश्योरेंस इंडिया कंपनी द्वारा बीमा प्रीमियम की राशि के अनुपात में भी खराबा नहीं दिया गया।
ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर दिया बीमा क्लेम : किसानों द्वारा प्रीमियम मनमर्जी 3000 से 4000 तक जमा किया गया पर क्लेम राशि सिर्फ 20 से 100 तक ही जारी की गई है, जो कि एक तरह से किसानों के साथ दुर्व्यवहार व किसानों के आत्म सम्मान स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 

फसल के नुकसान की भरपाई के लिए किसान करता है बीमा : किसान फसल बीमा करवाता है, क्योंकि वर्षा की कमी, सतही जल और भूजल उपलब्धता में कमी तथा फसलों की कमजोर स्थिति में फसलों के नुकसान होने पर नुकसान की भरपाई के तौर पर बीमा कंपनियों द्वारा क्लेम राशि मिल सके। 
      खरीफ फसल खराबा 2021 में पुरे जिले में सभी सहकारीता व राष्ट्रीय बैंको द्वारा केसीसी के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा फ्युचर जनरल इंशोरेंस बीमा कम्पनी द्वारा बीमा किया गया था जिसमें सम्पुर्ण डुंगरपुर जिले से किसानों व राज्य सरकार व केंद्र सरकार के द्वारा 15 करोड़ रुपयें बीमा प्रीमीयम जमा किया गया था। जिसमें खरीफ फसल खराबा की राजस्व विभाग व कृषि विभाग द्वारा आधिकारीत सर्वे सागवाडा़ गलियाकोट साबला तीन तहसीलों में 55% से 60% खराबा की रिपोर्ट दी गयी थी। जिसमें कृषक द्वारा फसल बीमा का 3000 रुपये प्रीमीयम जमा कराने के बाद भी कृषको को बीमा क्लेम राशि 150 तक भी नही मिला।
जैसे कोपरेटीव शाखा बैंक में कृषको द्वारा 15लाख38 रूपयें व राज्य व केंद्र सरकार द्वारा 46-46 लाख रुपये जमा हुए जो की कुल राशि 1 करोड़ 7 लाख रुपयें फ्युचर जनरल इंश्योरेंस कम्पनी को जमा हुए जिसमें तहसील की फसल खराबा सर्वे में 60% तक दर्शाया गया हैं जिसके उपरांत भी बीमा कम्पनी द्वारा बीमा क्लेम राशि मात्र 9700 रुपये ही जारी की गयी इसी तरह तीनो तहसीलों की सभी बैंक शाखाओं में स्थिति बनी हुई हैं। जिसके तहत किसानो में भारी आक्रोश हैं।
     भारतीय किसान संघ राज्य सरकार से 55%-60% फसल खराबा के अनुपात में बीमा क्लेम की राशि बीमा कम्पनी से किसानो को दिलवाने की मांग करता हैं अन्यथा आने समय में पुरे जिले के किसानो द्वारा आंदोलन किया जायेगा।
     ज्ञापन देते समय नाथजी भाई बडलिया, रतनजी नया गांव, लल्लुराम बिजौला, नरेश दिवडा़ छोटा, केशवलाल बिजौला, गौरीशंकर, रतन जी, जगदीश, वालजी, देवेंग, रमण, डुंगरजी, गोकल व सैकडों किसान उपस्थित रहे।

भारतीय किसान संघ ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश खोड़निया को ज्ञापन देते हुए फसल बीमा कम्पनी से क्लेम राशी दिलाने की माँग की :

भारतीय किसान संघ ने फसल बीमा कम्पनी से क्लेम राशी दिलाने की माँग को लेकर सांसद कटारा को दिया ज्ञापन :


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