डूंगरपुर : लेक व्यू होटल में आज रचनाकार डॉ. रेखा खराड़ी द्वारा लिखित "नदी शब्दो की" पुस्तक का विमोचन हुआ।
पुस्तक विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं पूर्व निदेशक राजस्थान दूरदर्शन नंद भारद्वाज रहे। विशिष्ट अतिथि राजस्थानी हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार ज्योतिपुंज पंड्या एवं राजस्थानी हिंदी के प्रसिद्ध कवि उपेंद्र अणु ऋषभ देव रहे। समारोह की अध्यक्षता भोगीलाल पंड्या राजकीय महाविद्यालय डूंगरपुर के प्राचार्य डॉ डी के मीणा ने की। समारोह में पुस्तक परिचय देते हुए राजस्थानी हिंदी के प्रसिद्ध कहानीकार दिनेश पंचाल ने उद्बोधन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने जनजाति क्षेत्र की लेखिका डॉ रेखा खराड़ी का स्वागत एवं सम्मान किया, साथ ही इस दौरान मंच पर आसीन अतिथियों का भी स्वागत एवं सम्मान किया गया।
पुस्तक की लेखिका डॉ. रेखा खराड़ी ने पुस्तक में नदी की प्रकृति का बड़ा ही खूबसूरत उल्लेख किया है। पुस्तक के माध्यम से लेखिका ने नदी को आधार बनाते हुए जनजाति समाज में जागरूकता एवं समृद्धि लाने का प्रयास किया है। लेखिका ने बताया है की जैसे नदी सदा ही प्रवाहमान रहती है, वह जहां से भी निकलती है खुशियां फैलाती हुई निकलती है एवं नदी स्वयं प्यासे के पास जाती है। कहा जाए तो नदी समृद्धि और हरियाली का प्रतीक है। ठीक इसी प्रकार "नदी शब्दो की" काव्य संग्रह आदिवासी समाज एवं आज की युवा पीढ़ी के लिए समृद्धि और हौसलों का प्रतिक बनेगा।
कार्यक्रम का संचालन उपेन्द्र सिंह ने किया तथा आभार रणछोड़ लाल मनात एवं समस्त खराड़ी परिवार ने माना।
एक टिप्पणी भेजें