डूंगरपुर : जिले के सागवाड़ा उपखंड अंतर्गत गोरेश्वर महादेव मंदिर परिसर के पास भाटिया नाई समाज का ज्वाला माता मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का कार्यक्रम आज 1111 कलश की गंगा जल यात्रा और मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ।
गंगाजल कलश यात्रा मोरन नदी से नव निर्मित मंदिर तक निकली जिसमे बड़ी संख्या में समाज की महिलाओं ने भाग लिया।
आचार्य रमेश भट्ट के तत्वावधान में स्थापित देवता पूजन करवाकर मूर्ति का न्यास, प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा, शिखर व कीर्ति स्तंभ प्रतिष्ठा की पूजा करवाई गई तथा दोपहर 12 बजे ज्वाला माता प्रतिमा स्थापित की गई।
चोखला अध्यक्ष एवं मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष सुकलाल चितरी ने बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य विगत 2 वर्षों से पूर्ण हो गया था लेकिन कोरोना की वजह से प्रतिष्ठा का काम रुक गया था जो अब माता रानी की कृपा से संपन्न हुआ।
कुवेत मंडल अध्यक्ष बसंत लाल ने बताया कि महोत्सव के तीनों दिन भोजन की व्यवस्था की गई, जिसमे समाज का भरपूर सहयोग मिला।
16 चोखला अध्यक्ष जवाहर भाटिया भीलूड़ा व मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष सुखलाल भाटिया चितरी की उपस्थिति में समाज का सम्मेलन भी हुवा जिसमें समाज को शिक्षा से जोड़ने व कुरीतियों को दूर करने की बात जवाहर भाटिया ने की। संचालन दिलीप आरा ने किया व अशोक भीलूड़ा ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में डूंगरपुर बांसवाड़ा उदयपुर सहित आसपास के क्षेत्र के भाटिया नाई समाज के हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
ये रहे यजमान
शिखर के मुख्य यजमान शम्भू सामालिया, ध्वज दंड के सुखलाल चितरी, मूर्ति प्रतिष्ठा के मुकेश भीलूड़ा, प्रधान कुंड के बसंत जेठाणा, प्रथम गुम्बज के ध्रुव एवं विशाल पुनर्वास कॉलोनी, भैरवजी के विजय चितरी, प्रथम श्रृंगार के डायालाल गोवाड़ी, गणपति मूर्ति के सुभाष भीलूड़ा, पूर्व दिशा गुम्बज के अर्जुन सागवाड़ा, पद्म कुंड धर्मेंद्र बारबोदनीया, दक्षिण दिशा गुम्बज के राजेश जोसावा, उत्तर दिशा गुम्बज के राजू चितरी एवं घंटा स्थापना के देवीलाल नवागाम यजमान ने पूजा - अर्चना कर प्रतिष्ठा का लाभ लिया।
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