- राज्यसभा को लेकर फैसला आलाकमान लेगा।
- सभी को मिलकर क्षेत्र का विकास करना है।
- परिवार में छोटी-मोटी बात होती रहती है।
डूंगरपुर : विधायक गणेश घोगरा के इस्तीफे और कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष खोड़निया पर किए गए जुबानी हमले के बाद मंत्री मालवीया ने कहा कि विधायक गणेश घोगरा परिवार का सदस्य है, भावुकतावश इस्तीफा दिया है, लेकिन मंजूर नहीं होगा।
मालवीया ने कहा कि उदयपुर में हुए कांग्रेस के नवसंकल्प चिंतन शिविर और बेणेश्वर धाम पर राहल गांधी की सभा के बाद पार्टी में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। राज्यसभा चुनाव करीब है, टीएसपी क्षेत्र में वार्डपंच से लेकर सांसद तक के पद आरक्षित है, ऐसे में राज्यसभा के लिए सामान्य वर्ग को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। राज्यसभा में प्रतिनिधित्व के लिए किसे भेजा जाएगा, इसका अतिम फैसला तो आलाकमान ही करेगा।
विधायक घोगरा की नाराजगी या किसी प्रकार का मतभेद है तो परिवार में बैठकर समाधान करेंगे। विधायक घोगरा युवा है, उन्हें अभी लंबी राजनैतिक रेस में रहना है। खोड़निया पर विधायक घोगरा द्वारा लगाए आरोप पर कहा कि व्यक्तिगत नाराजगी या मतभेद होंगे तो दूर करेंगे। संभागभर में कांग्रेस एकजुट है।
हाईकमान ही करेगा अंतिम निर्णय
मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया ने कहा की राज्यसभा सीट के लिए आदिवासी, गैर आदिवासी नेता के आधार पर चयन नहीं किया जाता है। कांग्रेस आलाकमान राज्यसभा की मौजूदा स्थिति और भविष्य को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार का चयन करती है। इसमें टीएसपी या नॉन टीएसपी का मुद्द भी नहीं होता है। सभी भविष्य की तय रणनीति के तहत उम्मीदवार का चयन होता है। इस मामले में अभी से कुछ बोलना अच्छा नहीं होता है।
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