- गाना बजाना कर गुजर बसर करने वाले मिरासी समुदाय में जली शिक्षा की लौ।
- 12वीं कला संकाय में समाज के 2 छात्रों ने अर्जित किए 60% से अधिक अंक।
डूंगरपुर : मारवाड़ एवं मेवाड़ जैसे बाहुल्य क्षेत्रों से पलायन कर वागड़ में बसा अति पिछड़ा अल्पसंख्यक वर्ग मिरासी समुदाय, जो शादी ब्याह में गाना बजाना कर अपना जीवन व्यापन करता है। मिरासी समुदाय कई वर्षो से शिक्षा से वंचित रहा है तथा समुदाय में शिक्षा के प्रति विशेष जागरूकता नही थी। लेकिन बदलते स्वरूप तथा शिक्षा की महत्ता को देखते हुए मिरासी समुदाय भी अब शिक्षा के प्रति गंभीर नज़र आ रहा है। समाज में शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता से मिरासी समुदाय के युवाओं में भी शिक्षा के प्रति अलख जग रही है।
12वीं कला संकाय मे समाज के 2 छात्रों ने प्राप्त किए 60% से अधिक अंक
वर्तमान में RBSE द्वारा जारी 12वीं कला संकाय में समाज के युवाओं ने काफी अच्छा परिणाम प्राप्त कर समाज में शिक्षा की लौ जलाई है। समाज की कोयल पिता आजाद मिरासी रामगढ़ आसपुर (डूंगरपुर) द्वारा 68.83% अंक तथा पादरडी छोटी निवासी दिनेश पिता शंकर मिरासी द्वारा 64.43% अंक अर्जित कर समाज के युवाओं को संदेश दिया गया है की किसी भी समाज की प्रगति शिक्षा पर निर्भर है। कोई भी समाज तभी प्रगति करेगा जब उस समाज के युवाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता होगी।
"अन्य समाज के लिए 60% अंक अधिक मायने नही रखते है, लेकिन मिरासी समुदाय के लिए 60% अंक अन्य युवाओं की प्रेरणा का प्रमुख आधार बनेगा। क्योंकि बड़ी से बड़ी उपलब्धि छोटे छोटे मुकाम को हासिल करने से ही मिलती है। ये तो बस एक शुरुआत है, इन छात्रों से प्रेरणा लेकर अन्य युवा भी शिक्षा के प्रति अपनी रुचि दिखाएंगे तथा अपने समाज को नई दिशा में ले जाएंगे।"
समाज के युवाओं द्वारा 12वीं कला संकाय में बेहतरीन परिणाम प्राप्त करने पर मिरासी समुदाय ने खासा उत्साह नजर आ रहा है। मिरासी वागड़ समाज के जिला अध्यक्ष पादरडी छोटी निवासी चंदूजी ने मीरासी समाज में शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता का श्रेय एकता समाचार को देते हुए बताया की एकता समाचार द्वारा पिछले कुछ वर्षों से 12वीं एवं 10वीं बोर्ड में सर्वाधिक अंक लाने वाले छात्र छात्राओं का सम्मान किया जा रहा है तथा उनकी उपलब्धि को समाज के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। अन्य समाज के युवाओं से प्रेरणा लेकर मीरासी समुदाय के युवा भी शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का संकल्प ले रहे है।
उन्होंने बताया की वागड़ के गांव-गांव, गली-गली में जाकर शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता लाने में एकता समाचार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। एकता समाचार द्वारा हर वर्ग में प्रतिभावान होनहार छात्र छात्राओं से तथा उनके परिवार एवं जनप्रतिनिधियों से रूबरू होकर वागड़ के बच्चों को पुरस्कृत किया जा रहा हैं, जिससे दुसरो बच्चों को भी प्रेरणा मिल रही है। इससे प्रेरणा लेकर युवा वर्ग समाज में आदर्श प्रस्तुत करने का संकल्प ले रहे है।
एकता समाचार इसी उद्देश्य को लेकर पिछले 5 वर्षो से वागड़ क्षेत्र में कार्य कर रहा है। एकता समाचार दारा वागड़ की प्रतिभाओं की तलाश कर उन्हें समाज के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है, जिससे अन्य भी इससे प्रेरणा लेकर अपने समाज का उत्थान कर सके। हमे खुशी है की हमारे द्वारा किया गया प्रयास अब रंग ला रहा है।
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