टामटिया गांव में सामाजिक एकता की मिसाल, ढूंढ महोत्सव में सर्व समाज के लोग होते है शामिल

डूंगरपुर : जिले के टामटिया गांव में होली के तीसरे दिन ग्रामवासियों में एकता की भावना बनाए रखने के लिए निभाई जाती है अनोखी परम्परा।
     परंपरा के अनुसार होली के तीसरे दिन गांव में ढूंढ महोत्सव मनाया जाता है। ग्रामवासियों के अनुसार जिस व्यक्ति के घर पहली संतान होती है वो परंपरानुसार होली पर सभी ग्रामवासियों को अपने घर बुलाता है, जिसे तेड़ा या बुलावा कहते है। सभी सर्व समाज के लोग पूरी एकता के साथ इसमें शामिल होते है, जहां उन्हें प्रसादी के रूप में आलू की सब्जी बांटी जाती है।
जानकारी के अनुसार पहले रतालू की शाक सब्जी बनाई जाती थी, मगर रतालू की पैदावार कम होने से आलु की सब्जी बनाई जाती है, जिसे सभी साथी मिलकर बनाते हैं और सभी सर्व समाज में बांटकर आपसी प्रेम एवं सौहार्द का संदेश दिया जाता है।
       यह परंपरा आज भी वागड़ के गांवों में पूरी श्रद्धा के साथ निभाई जाती है, जो दर्शाती है की ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी आपसी एकता एवं भाईचारा कायम है।
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