गांव की सुख समृद्धि के लिए ग्रामवासी चलते है दहकते अंगारों पर नंगे पैर

  • होली पर वागड़ की अनूठी परंपरा।
  • होलिका दहन के अगले दिन नंगे पैर दहकते अंगारों पर चलते है ग्रामवासी।
  • मान्यता के अनुसार अंगारों पर चलने से गांव में नही आती है कोई विपदा।
डूंगरपुर :  प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी होली के अवसर पर कोकापुर में ग्रामवासी नंगे पैर चले दहकते अंगारों पर। दहकते अंगारों पर चलने के पीछे है ग्रामवासियों की अनूठी मान्यता, इसके अनुसार अंगारों पर चलने से गांव में नही आती है कोई विपदा एवं सालभर ग्रामवासीयों का स्वास्थ्य रहता है बिल्कुल ठीक।
      भारत देश परंपराओं का देश माना जाता है, यहां देशवासियों द्वारा कई तरह की परंपराओं का निर्वहन किया जाता है। ऐसी ही एक परंपरा होलिका दहन के अगले दिन दहकते अंगारों पर नंगे पैर चलने की है।
डूंगरपुर जिले के कोकापुर गांव में प्रति वर्ष होलिका दहन के अगले दिन ग्रामवासी दहकते अंगारों पर नंगे पैर चलते है, ग्रामवासी अंगारों पर ऐसे चलते है जैसे मानो वे फूलो पर चल रहे है।
ग्रामवासियों के अनुसार दहकते अंगारों पर नंगे पैर चलने की यह परंपरा वर्षो पुरानी है। परंपरा के अनुसार ग्रामवासी नहा धोकर गांव के बीचों बीच जहां होलिका दहन किया है, वहां इकट्ठा होते है एवं पूजा अर्चना कर नंगे पैर अंगारों पर चलते है। इस दौरान बुजुर्ग से लगाकर बच्चे तक इस परंपरा का पूरी श्रद्धा के साथ निर्वहन करते है।
ग्रामवासियों का कहना है की होलिका दहन के अगले दिन इस दहकते अंगारों पर चलने से गांव पर आने वाली विपदा टल जाती है एवं साल भर गांव का प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
       इस परंपरा को देखने के लिए आस पास के लोग सुबह से ही इकट्ठा हो जाते है और ग्रामवासियों को इस तरह दहकते अंगारों पर चलते देख सभी हैरत में पड़ जाते है।
वीडियो देखे : 

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