Dungarpur : आदिवासी परिवार द्वारा रविवार 10 अप्रैल को उदरीखुर्द गिर्वा में होली स्नेह मिलन समारोह, महा गैर नृत्य एवं संभाग स्तरीय महा चिंतन शिविर का आयोजन किया गया।
समारोह में चौरासी विधायक राजकुमार रोत भी शामिल हुए तथा संभाग स्तरीय महा चिंतन शिविर में कई बिंदुओ पर किया चिंतन।
- भू-माफियाओं से आदिवासीयों की जमीन को बचाने के लिए चिंतन।
- संविधान की 5वीं अनुसूची में समाज को शिक्षा की मुख्य धारा से कैसे जोड़ा जाए ?
- आदिवासी क्रांतिकारियों का इतिहास।
- सिड्यूल एरिया का प्रावधान।
- भील से मीणा बने राजस्व रिकॉर्ड में कैसे सुधार हो।
- रूढ़िगत ग्राम सभा।
- संस्कृति और रीति रिवाज संरक्षण।
- अंग्रेजी शराब पर पाबंदी आदि कई बिंदुओं पर चिंतन किया गया।
साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कुरुतियों, अन्धविश्वास तथा नशामुक्ति पर प्रकाश डालना आदि लक्ष्य रखे गए तथा शिक्षा, संस्कृति, इतिहास, व हक अधिकारों को जानना, समझना और पढ़ना तथा इनको बचाना और सुरक्षा करना आदि उद्देश्यों पर चिंतन किया गया।
आदिवासी परिवार के चिंतन शिविर में मुख्य वक्ता भंवर परमार, कांति भाई आदिवासी, सागवाड़ा विधायक रामप्रसाद डिंडोर, चौरासी विधायक राजकुमार रोत, मांगीलाल निनामा, अनुतोष रोत, पोपट खोखरिया एवं आदिवासी परिवार के सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे हैं।
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