VDO के परिणाम में अनुसूचित क्षेत्र के लिए हुई भेदभावपूर्ण नीति पर विधायक राजकुमार रोत ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

Dungarpur : ग्राम विकास अधिकारी (VDO) के परीक्षा परिणाम में हुई अनियमितताओं को यथा शिघ्र दूर करने के क्रम में चौरासी विधायक राजकुमार रोत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखा पत्र।
    विधायक रोत ने पत्र के माध्यम से बताया की राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भर्ती का प्री-परीक्षा परिणाम दिनांक 12 अप्रैल को जारी
किया गया है। इस प्री-परीक्षा परिणाम में सीधे-सीधे अनुसूचित क्षेत्र व गैर-अनुसूचित क्षेत्र की मेरिट लिस्ट को एक समान रख कर परिणाम जारी किया गया है। ग्राम विकास अधिकारी (VDO) की इस भर्ती में गैर-अनुसूचित क्षेत्र में 37 गुना अभ्यर्थियों (4,567 पदों पर 1,68,750 उत्तीर्ण अभ्यर्थी) को उत्तीर्ण किया गया है और वही अनुसूचित क्षेत्र में मात्र 8 गुना अभ्यर्थियों (839 पदों पर 7007 उत्तीर्ण अभ्यर्थी) को उत्तीर्ण किया गया है। 
     अब तक जितनी भी परीक्षाओं के परिणाम जारी किये गये है उनमें अनुसूचित क्षेत्र व गैर-अनुसूचित क्षेत्र की मेरिट लिस्ट अलग-अलग से जारी की गई है, साथ ही अब तक की सभी परीक्षाओं के परिणाम अनुसार उक्त भर्ती में श्रेणीवार परिणाम जारी नहीं किया गया है यानि इस ग्राम विकास अधिकारी (VDO) की भर्ती में चयन बोर्ड के द्वारा अनुसूचित क्षेत्र के संवैधानिक आरक्षण को एक तरफ रखकर अनुसूचित क्षेत्र के अभ्यर्थियों के साथ पुरी तरह नाइंसाफी की गई है। इस एक तरफा परिणाम के जारी होने के बाद से सभी जगह इसका पुरजोर से विरोध हो रहा है।
    विधायक ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया की ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भर्ती के परिणाम में जिस प्रकार अनुसूचित क्षेत्र के संवैधानिक आरक्षण को एक तरफ रखकर परिणाम जारी किये गये हैं और जो अनियमितता पाई गई है उसे दूर किया जाकर अनुसूचित क्षेत्र के अभ्यर्थियों को राहत प्रदान करावें।

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