फसल बीमा द्वारा किए गए घोटाले एवं किसानों के साथ धोखाधड़ी को लेकर किसान संघ ने एडीएम की उपस्थिति में की वार्ता

डूंगरपुर : भारतीय किसान संघ जिला डुंगरपुर के प्रतिनिधि मंडल एवं अखिल भारतीय किसान संघ कमेटी के सदस्य तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मणिलाल लबाना के नेतृत्व में आज फसल बीमा कंपनी द्वारा किए गए घोटाले एवं किसानों के साथ धोखाधड़ी को लेकर जिला कलेक्टर शुभम चौधरी के निर्देशानुसार अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजीव द्विवेदी की उपस्थिति में वार्ता हुई। 
     वार्ता में किसान संघ द्वारा बताया गया की बीमा कम्पनी ने किसानों के खेतों में खरीफ फसल 2021 की सर्वे क्रॉप कटिंग की जो रिपोर्ट पेश की है वो पूरी तरह से झूठी है। 
किसानों ने बताया की 15 मार्च को जिला कलेक्टर के नेतृत्व में किसान संघ व बीमा कंपनी की बैठक हुई थी, जिसमे किसान संघ के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर के माध्यम से फसल बीमा कंपनी से जिले के किन-किन किसानों के खेत में जा कर किसानों की मौजूदगी में फसल की क्रॉप कटिंग की है उन सभी किसानो के नामों की लिस्ट मंगवाई थी।
     इस पर लगभग 1 माह के बाद फसल बीमा कंपनी द्वारा डूंगरपुर जिले की सभी तहसीलों के सैकड़ों किसानों के नामो की लिस्ट किसान संघ को उपलब्ध कराई गई थी। 
फसल बीमा कंपनी द्वारा उपलब्ध लिस्ट पर किसान संघ के प्रतिनिधि मंडल द्वारा सभी किसानों के घर जा कर जानकारी ली गई थी की क्या वास्तव में इन किसानों के खेत में फसल बीमा कंपनी के अधिकारी, कृषि विभाग के ग्राम सेवक या राजस्व विभाग के पटवारी में से कोई भी खेत में फसल की सर्वे क्रॉप कटिंग करने आया था या नहीं?
     इस पर जिले के सैकड़ों किसानों ने लिख कर दिया कि आज तक कभी भी कोई अधिकारी सर्वे क्रॉप कटिंग करने नही आया। ये रिपोर्ट इन अधिकारियों ने ऑफिस में बैठ कर झूठी बनाई है।
     किसान संघ ने बताया कि कृषि विभाग व राजस्व विभाग की लाफ़रवाही से आज डूंगरपुर जिले में फ्यूचर जनरली इंश्योरेंस फसल बीमा कंपनी किसानों की 55 से 60 % फसल खराब होने के बाद भी फर्जी रिपोर्ट बनाकर किसानों को 50 से 150 रुपए तक बीमा क्लेम राशि दे रही है व करोड़ो रूपये कमा रही है ।
     पुरे जिले के किसानो ने 16 करोड रुपये प्रीमीयम की राशि जमा की है तथा पुरे जिले में किसानो की खरीफ फसल 2021 में 55 से 60% के नुकसान के बावजुद बीमा कम्पनी प्रीमीयम की राशि में 13 करोड बचाकर मुनाफे में रही, जबकी किसानो के फसलो के नुकसान के एवज में 16 करोड़ के प्रीमीयम में से सिर्फ 3 करोड ही वितरीत कियें है। 
आज किसान संघ ने इसका कलेक्टर के सामने कड़ा विरोध किया और जिला प्रशासन व सरकार से मांग रखी की बीमा कम्पनी राजस्व व कृषि विभाग के द्वारा घोषित सर्वे के अनुसार 55% फसल खराबे को आधार मान कर किसानो को क्लेम जारी करे अन्यथा आने वाले दिनों में भारतीय किसान संघ हाईकोर्ट में बीमा कम्पनी व इन दोषित अधिकारियों के खिलाफ याचिका दायर करेगा व पूरे जिले में सैकड़ों किसानों के साथ आंदोलन करेगा।
     इस अवसर पर जिला अध्यक्ष मोगजी भाई, लल्लु राम बिजुला, गोविंराम, पृथ्वी सिंह, रमन लाल, रतन भाई , दिनेश, नाथु भाई के अलावा कई किसान उपस्थित रहे।

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