देशी जुगाड कर पुराने बक्से से अपने घर में ही बनाया पक्षियों के लिए घरौंदा

विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर हम लेंके आए है एक ऐसा परिवार, जिन्होंने देशी जुगाड़ कर पुराने बॉक्स से बनाए चिड़ियाओं के लिए घोंसले।
सागवाड़ा : नगरपालिका क्षेत्र के पुनर्वास कॉलोनी में निवास करने वाले मनोज कुमार पंड्या एवं उनके परिवार ने विलुप्त होती गौरैया की प्रजाति पर ना सिर्फ चिंता जाहिर की, बल्कि इनके संरक्षण के लिए अनोखा जुगाड़ भी किया।
मनोज कुमार पंड्या ने बताया की आज गौरैया पक्षी की प्रजाति कम होती जा रही है, यहां तक कि यह लुप्त होने के कगार पर है। ऐसे में यदि हम इस छोटे से जीव की रक्षा तथा उसकी मदद करने का प्रयास करें तो हम बिना खर्चे के भी यह कर सकते हैं। हम प्रायः ऑनलाइन चीजें मंगाते हैं और उन चीजों को निकालकर बक्सों को फेंक देते हैं। उन बक्सों से हम जुगाड़ करके इस छोटे से जीव का बिना खर्चे का आवास बना सकते हैं और इस जीव की मदद कर सकते हैं।
विश्व गौरैया दिवस पर आइए हम सब मिलकर संकल्प लेते है की इस गौरैया पक्षी के लिए हमसे जो कुछ भी बन सकेगा हम करेंगे। उनके लिए दाना पानी की व्यवस्था करेंगे और खास करके इस भीषण गर्मी में इस पक्षी के लिए हम जो भी मदद कर सकते हैं हम करेंगे।
     आइए हम प्रण लेते है की इनके आवास से लेकर खाने पीने, दाना पानी तक की व्यवस्था करेंगे और अपने आवास के आसपास ही परिंडे एवं आवास बनाकर इनके दाना पानी की व्यवस्था करेंगे, ताकि इस भीषण गर्मी में दाना पानी के लिए इन्हे दूर दूर तक भटकना ना पड़े।

एकता समाचार की मुहिम का आप भी बनकर सकते है हिस्सा
एकता समाचार की इस मुहिम में आप भी अपनी भागीदारी निभा सकते है। यदि आपने भी पशु पक्षियों के लिए किसी प्रकार का कोई घोसला या कोई भी ऐसा कार्य किया है जिससे पशु पक्षी एवं पर्यावरण को बढ़ावा मिल रहा हो, तो आप एकता समाचार से संपर्क कर सकते है।  
"तो चलिए ये जो खूबसूरत प्रकृति है उसको बचाने में हम सब मिलकर अपनी भागीदारी निभाएं।"
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