रामसागड़ा थानाधिकारी 52 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

मारपीट मामले को रफा-दफा करने की एवज में मांगे रुपए, नहीं देने पर फंसाने की दी धमकी।
डूंगरपुर : बांसवाड़ा एसीबी की टीम ने डूंगरपुर जिले में ट्रैप कार्रवाई की है। एसीबी ने रामसागड़ा थानाधिकारी बाबूलाल डामोर को 52 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया और दराज से रिश्वत के रुपए बरामद कर ली। आरोपी थानाधिकारी ने मारपीट के एक मामले को रफा-दफा करने के लिए एवज में रिश्वत मांगी थी।
डूंगरपुर एसीबी चौकी के कार्यवाहक प्रभारी एएसपी माधोसिंह सोढा ने बताया कि 27 मार्च को रेटा निवासी पीड़ित भूरालाल पुत्र उदयलाल अंगारी और शांतिलाल पुत्र रूपसी पारगी ने डूंगरपुर एसीबी चौकी में रिपोर्ट दी थी। उन्होंने बताया था कि 17 मार्च को होली के दिन रेटा गांव में उसके भाई दिनेश और मगन के साथ गांव के कालू व अन्य लोगों ने झगड़ा और मारपीट की थी। इसको लेकर दोनों पक्षों ने रामसागड़ा थाने में मामले दर्ज करवाए थे। विपक्षी कालू ने पीड़ित के परिवार के 28 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। मामले की जांच रामसागडा धानाधिकारी बाबूलाल डामोर द्वारा की जा रही थी।
रिपोर्ट में पीड़ित ने बताया कि थानाधिकारी बाबूलाल मामले को थाने पर ही रफा-दफा करने के लिए 1 लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। इस दौरान धानाधिकारी ने 28 में से 18 लोगों से 5 हजार रुपए लिए और शांतिभंग में गिरफ्तार किया था। वहीं 10 अन्य आरोपियों को जानलेवा हमले के मामले में फंसाने की बात कर रहे हैं। शिकायत का सत्यापन करवाया तो थानाधिकारी ने मामले को रफा-दफा करने के लिए प्रति आरोपी 3 हजार के हिसाब से 84 हजार रुपए की डिमांड की।
एएसपी माधोसिंह ने बताया कि शिकायत सही मिलने पर टीम के साथ ट्रेप का जाल बिछाया। योजना के तहत पीड़ित 52 हजार लेकर रामसागड़ा थाने पहुंचा। जहां थानाधिकारी बाबूलाल ने रिश्वत के रुपए लेकर अपनी दराज में रख लिए। पीड़ित का इशारा मिलने पर एसीबी की टीम ने थाने में दबिश दी और दराज से रिश्वत के रुपए बरामद कर लिए। इसके बाद आरोपी थानेदार बाबूलाल को गिरफ्तार कर लिया।


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