- बेणेश्वर पीठाधीश्वर ने अपने कटारा क्षेत्र के भक्तो व कोटवाल का किया अभिनंदन, भक्तो ने उठाई बड़ी जिम्मेदारी।
- समिधा सामग्री ( दांतुन) के साथ पाकशाला के लिए जलाऊ लकड़ी का लिया जिम्मा
डूंगरपुर (साबला) : सन्त मावजी महाराज की कर्मस्थली बेणेश्वर धाम पर 27 नवम्बर से 2 दिसंबर तक प्रस्तावित राधाकृष्ण मंदिर के शिखर प्राण प्रतिष्ठा व 1008 कुंडीय विष्णु महायज्ञ को लेकर बेणेश्वरधाम के पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज ने रविवार को साबला कटारा क्षेत्र के तमाम मावभक्तो, कोटवाल व गमेतीयो की बैठक ली। बैठक में महंत ने अपने सभी भक्तो को बेणेश्वरधाम पर 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक प्रस्तावित भव्य धार्मिक आयोजन को लेकर रूबरू किया। इस भव्य कार्यक्रम को लेकर घर घर सम्पर्क कर पुण्य कार्य मे अपनी सहभागिता निभाते हुए पुण्यार्थ कमाए का आव्हान किया। वही यज्ञशाला के साथ भोजन प्रसादी पकाने के लिए जलाऊ लकड़ी,दातुन, श्रमदान, प्रचार व पसार के साथ कार्यक्रम को लेकर अन्य गतिविधियों को लेकर अपनी बात कही। इस पर उपस्थित सभी कटारा क्षेत्र के भक्तो ने एक स्वर में समिधा सामग्री ( दांतुन) के साथ पाकशाला के लिए जलाऊ लकड़ी व श्रमदान का जिम्मा लिया। वही दस हजार खाखरा के पत्तों से पत्तल दोना बनाने का भी जिम्मा लेते हुए अपने गुरु को आश्वस्त किया। इस दौरान गुरु महाराज ने अपने भक्तों को बड़े प्रेम से तिलक लगाकर स्वागत कर गुड़ का प्रसादी वितरित की। इस अवसर पर मांगीलाल खानन ने उपस्थित भक्तो को सम्बोधित करते हुए कहा कि सन्त मावजी महाराज के इस भव्य धार्मिक आयोजन में अपनी सहभागिता दे। जीवन मे ऐसा अवसर बार बार नही आता है। इसलिए हम सब तन मन व श्रद्धा के अनुसार अर्थ दान भी करे। वही महन्त ने शंकर महाराज को शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर भक्त कोटवाल हिरजी भाई, मांगीलाल खानन, मोतिया जी, केसरिया, जेटिया महाराज, सूर्या महाराज, नाथुभाई, शंकर महाराज सहित निठाउवा, पाल निठाउवा, खानन, मयाला, गामडी, रीछा सहित अन्य पंचायतो के मावभक्त, कोतवाल व गमेती उपस्थित रहे।
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