चार साल की बच्ची ने निगल लिया सिक्का, ज़ील हॉस्पिटल सागवाडा में बचाई जान

  • चार साल की बच्ची ने निगल लिया सिक्का, ज़ील हॉस्पिटल सागवाडा में बचाई जान।
  • बच्ची की आहार नली में फँसे सिक्के को ऑपरेशन से निकालकर राहत दी गई।
सागवाडा। कुशलगढ़ निवासी एक चार वर्षीय बच्ची ने खेल-खेल में सिक्का निगल लिया। सिक्का इस मासूम बच्ची की आहार नली में जा कर अटक गया। सिक्के को ऑपरेशन से निकालकर राहत दी गई। 
ज़ील हॉस्पिटल सागवाड़ा के नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. समीर सेम्युअल बताते हैं कि अस्पताल के इमरजेंसी विभाग के पास एक छोटी बच्ची का केस आया था। बच्ची के माता पिता बता रहे थे कि बच्ची ने एक सिक्का निगल लिया है। सुबह क़रीब 12 बजे बच्ची ने सिक्का निगल लिया था जो उसके आहार नली में जाकर फँस गया जिस पर परिजन बच्ची को सीधा कुशलगढ़ से जील हॉस्पिटल सागवाड़ा में लेकर आये। बच्ची 9:30 बजे के आसपास पहुंची थी उसके बाद हमने उसका यहां पर जांच व एक्सरे कराया, जिसमे जांच में पता चला कि जो सिक्का था खाने की नली में उतर चुका था। उसका तत्काल ऑपरेशन किया गया है। रात को 10 बजे पूरी टीम यहां पर उपलब्ध थी। बच्ची का ऑपरेशन कर खाने की नली से वह सिक्का सफलतापूर्वक निकाल लिया। अगर सिक्का श्वास नली में अटक जाता तो ज्यादा परेशानी हो जाती। आहार नली से सिक्का पेट में जाने का खतरा था। अगर आंतों में फंस जाता तो खतरनाक हो सकता था। सिक्का आहार नली में फंसने से बच्चा खाना भी नहीं खा पा रहा था। दुसरे दिन बच्ची का फिर से एक्सरे किया गया जिसमे बच्ची को कोई समस्या नहीं दिखाई दी। जिसके बाद डॉक्टरों की देखरेख में बच्ची को खाना खिलाया गया। बच्ची ने आराम से खाना खाया जिसके बाद बच्ची को डिस्चार्ज कर दिया |

"छोटी बच्ची की आहार नली में सिक्का अटक गया था। यदि बैटरी सेल या बैट्री से जुड़ी कोई वस्तु फँस जाती तो परेशानी ओर अधिक बढ़ जाती। बच्चे कैसी चीज़ों से खेल रहे हैं इसका ध्यान माता पिता को रखना होगा। ऐसी लापरवाही बच्चे के लिए ख़तरा साबित हो सकती है। रात को ही बच्ची का तत्काल ऑपरेशन कर राहत दी गई थी"डॉ. समीर सेम्युअल, नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ, ज़ील हॉस्पिटल सागवाडा

Post a Comment

और नया पुराने